शब्द का अर्थ
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धनि :
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स्त्री० [सं० धनी] १. युवती स्त्री। २. पत्नी। वधू। वि०=धन्य। उदा०—धनि धनि भारत की छत्रानी।—भारतेन्दु। |
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धनिक :
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वि० [सं० धन+ठन्—इक] [स्त्री० धनिका] जिसके पास धन हो। धनी। पुं० १. धनवान् व्यक्ति। अमीर। २. स्त्री का पति। स्वामी। ३. वह जो लोगों को धन उधार देता हों। महाजन। ४. [धनिक√कै+क] धनिया। |
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धनिक-तंत्र :
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पुं० [ष० त०] [वि० धनिक-तंत्री] आधुनिक राजनीति में, ऐसी शासन-प्रणाली जिसमें शासन का वास्तविक सूत्र प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से देश के बड़े-बड़े धनवानों के ही हाथ में रहता हो। (प्लुटो क्रैसी) विशेष—ऐसी प्रणाली राजसत्ताक देशों में भी होती सकती है और प्रजासत्ताक देशों में भी। (ख) इंग्लैड और अमेरिका की आधुनिक शासन-प्रणालियाँ मुख्यतः धनिक-तंत्री ही मानी जाती हैं। |
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धनिका :
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स्त्री० [सं० धनिक+टाप्] १. धनी स्त्री। २. युवती और सुन्दर स्त्री। ३. पत्नी। वधू। ४. प्रियंगु वृक्ष। |
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धनिता :
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स्त्री० [सं० धनिक+तल्—टाप्] धन-संपन्न होने की अवस्था या भाव। |
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धनियाँ :
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पुं०, स्त्री०=धनिया।a |
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धनिया :
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पुं० [सं० धन्याक,धनिका] एक प्रकार का छोटा पौधा, जिसके सुगंधित बीज मसाले के काम में आते हैं; और इसकी सुगंधित पत्तियों की चटनी बनाई जाती है। २. उक्त पौधे के बीज, जो मसाले के रूप में बाजार में मिलते हैं। वैद्यक में इसे त्रिदोषनाशक, तथा खाँसी और कृमिघ्न माना गया है। मुहा०—(किसी को) धनिये की खोपड़ी का पानी पिलाना=बहुत तंग या परेशान करना। (स्त्रियाँ) स्त्री० [सं० धन्या] १. पत्नी। वधू। २. सुन्दर और स्नेह पात्र स्त्री। प्रेमिका। उदा०—कोठवा पर से झाँकैली बारी से धनियाँ, से नासि अइलैना। (पूरबी लोकगीत) |
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धनिया-माल :
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स्त्री० [हिं० धनी+माला] गले में पहनने का एक तरह का गहना। |
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धनिष्ट :
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वि० [सं० धनिन्+इष्ठन्, इन-लोप] [स्त्री० धनिष्ठा] धनी। धनाढ्य। |
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धनिष्ठा :
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स्त्री० [सं० धनिष्ठ+टाप्] सत्ताईस नक्षत्रों में से तेइसवाँ नक्षत्र जो 9 ऊर्ध्वमुख नक्षत्रों में से एक है और जिसमें पाँच तारे हैं। |
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